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गुरुवार, 16 जून 2011

Paryawaran Aur Hum

'हलीम' उवाच

प्रकृति और पर्यावरण
अब बनेंगी जूट की सड़कें
अमलतास
ऑस्ट्रेलिया के कंगारू
काँटों में खिलता सौंदर्
गरमाती धरती घबराती दुनिया
उपयोगी ढंग कदंब के

ऊर्जा का प्राकृतिक विकल्प पवन ऊर्जा
कचरे का कमाल
केसर - एक अनमोल वनस्पति
चिर सखा है बाँस

बूँद बूँद से घट भरे– भूमिगत जल के परिप्रेक्ष्य में--
लाल फूलों वाला गुलमोहर
वर्षा के पानी का संरक्षण
सतलुज की कहानी
सदाबहार की बहार
सुकेती जीवाश्म पार्क
हवा हो जाएँगी चिड़ियाँ

रामराज्य में प्रकृति और पर्यावरण
वृक्ष: भिन्न देश- भिन्न परंपराएँ
सागर की संतानें अल-नीनो एवं ला-नीना
आयी बरखा बहार
ऋतुओं की झाँकी— वसंत¸ ग्रीष्म¸ वर्षा¸ सर्दी
वर्षा विगत शरद ऋतु आई
पर्यावरण, प्रदूषण एवं आकस्मिक संकट
जीवन रक्षक छतरी और गरमी का शीशमहल
पर्यावरण या जनावरण
अब हरे-भरे पेड़-पौधों से उत्पन्न होगी बिजली
आपदाओं का धनजल
आसमान में चित्रकारी

सावधान मौसम बदल रहे हैं
अभावों का ऋणजल

मुसीबत बनता प्लास्टिक कचरा
बिन चिड़िया का जंगल
मानसून- प्रकृति का जीवन संगीत
पलाश वन फूले
भोजपुरी में नीम आम और जामुन